भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक राजकुमार रोत ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘शायद बुढ़ापे के कारण वह चीजों को समझ नहीं पा रहे हैं।’ उल्लेखनीय है कि राजस्थान में बीटीपी दो विधायक हैं… रोत व रामप्रसाद डिंडोर। शुक्रवार को राज्यसभा की चार सीटों के लिए हुए मतदान में दोनों विधायकों ने पार्टी के व्हिप के खिलाफ सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवारों का समर्थन किया।
वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने अपने विधायकों से चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेने को कहा था। रोत ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे प्रदेश अध्यक्ष, उनके बारे में मैं कुछ कहना नहीं चाहूंगा। अब उनमें बुढ़ापा आ गया है और बुढ़ापे की वजह से शायद वह चीजों को समझ नहीं पाए हों और बोल दिया हो। लेकिन हमारा फैसला क्षेत्र व आदिवासी समाज के हित में है।’
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को समर्थन करने का फैसला क्षेत्र की जनता और समिति के मिलकर लिया गया है। राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। जिसमें कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार तीनों प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को जीत मिली है। जबकि बीजेपी धनश्याम तिवाड़ी भी विजय हुए हैं। वहीं बीजेपी समर्थक और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को हार का मुंह देखना पड़ा।