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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को उदयपुर स्थित मृतक कन्हैयालाल के घर पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस बढ़ाया। सीएम ने कन्हैयालाल के परिवार को 51 लाख का चेक सौंपा। इस दौरान सीएम गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एनआईए एक महीने के अंदर इस केस में जल्दी सजा दिला दे।
सीएम ने कहा कि कन्हैया को सुरक्षा दी गई या नहीं, क्या कमी रही, सभी चीजें जांच में सामने आ जाएगी। हमें एनआईए की जांच पर भरोसा करना चाहिए। जांच निष्पक्ष होगी। हम पूरा सहयोग करेंगे। उदयपुर जाने से पहले सीएम गहलोत ने कहा कि इस नृशंस हत्या को आतंकी घटना बताया है। उन्होंने कहा कि रातभर में इस केस के बारे में पता लगा लिया गया।
उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि उदयपुर की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। जिस तरीके से हत्या की गयी वो जघन्य अपराध है। हमने तत्काल, त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों हत्यारों को पकड़ लिया। एसओजी, एटीएस को केस दे दिया और रातभर में ही पता लगा लिया कि इस घटना का इंटरनेशनल संगठनों से संबंध है। इसका मतलब यह है कि आतंकवाद से संबंधित घटना है। यह कोई दो धर्मों के बीच के झगड़े की बात नहीं है। इस वजह से यूएपीए के तहत जो आतंकवादी गतिविधियां होती है, उसकी धाराएं लगाई गई है। राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है।
दोनों आरोपी पकड़े गए सबने इसकी तारीफ की
उन्होंने कहा कि कल (बुधवार को) मैंने सभी राजनैतिक पार्टियों के नेताओं के साथ मीटिंग की। जिसमें उन्होंने एक ही स्वर में इस बात की तारीफ की। दो बातें हैं। एक तो दोनों पकड़े गए। भाग जाते तो मुश्किल हो जाती। पता नहीं कहां जाते? दूसरा जो धाराएं लगाई गई है, वह अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े होना, पाकिस्तान में इनका जाना, इसलिए यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। उसके बाद एनआईए को केस दे दिया गया है। एसओजी का सहयोग पूरी तरह रहा है। एनआईए का दायरा बड़ा दायरा होता है। वह राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैकग्राउंड की जांच कर कार्रवाई करते हैं।
एनआईए लोगों की भावना समझे, कड़ी सजा दिलवाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि एनआईए भी त्वरित कार्रवाई करते हुए जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी इन्हें सजा दिलवाए। चालान पेश करें। पूरा देश चाहता है कि जल्द से जल्द न्याय मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए। मैं उम्मीद करता हूं कि एनआईए भावनाओं को समझेंगे। केस को अंजाम तक पहुंचाएंगे।