उदयपुर में आतंकियों द्वारा मारे गए कन्हैयालाल के परिजनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुलाकात की। इसके बाद कन्हैयालाल के बेटे यश ने कहा, मेरी मुख्यमंत्री गहलोत से बात हुई है। उन्होंने हमसे आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी देने की बात कही है। हमने उनसे खुद की सुरक्षा की भी मांग की है। जिन लोगों ने मेरे पिता के साथ ऐसा किया उनको फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए। यही हमारी मांग है।
बतादें कि सीएम अशोक गहलोत आज गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे मृतक कन्हैयालाल के घर पहुंचे थे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस बढ़ाया। साथ ही परिवार को 51 लाख का चेक भी सौंपा। इस दौरान सीएम गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एनआईए एक महीने के अंदर इस केस में जल्दी सजा दिला दे। कन्हैया को सुरक्षा दी गई या नहीं, क्या कमी रही, सभी चीजें जांच में सामने आ जाएगी। हमें एनआईए की जांच पर भरोसा करना चाहिए। जांच निष्पक्ष होगी। हम पूरा सहयोग करेंगे।
इससे पहले बुधवार को यह ने कहा था, जिन लोगों ने मेरे पिता की हत्या की है उनका एनकाउंटर कर दिया जाए या उन्हें फांसी पर लटका दिया जाए। ऐसे लोगों में डर पैदा करने की जरूरत है। वहीं मृतक कन्हैलाल की पत्नी ने कहा था कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। हम उनके लिए मौत की सजा की मांग करते हैं।
गला रेत कर दी गई थी हत्या
दरअसल, हत्या का मामला शहर के धानमंडी इलाके के भूत महल क्षेत्र का है। यहां रहने वाला कन्हैयालाल दर्जी है और अपनी दुकान चलाता है। मंगलवार को दो मुस्लिम युवक कपड़े का नाप देने के बहाने दर्जी की दुकान पर पहुंचे और उस पर गड़ासे से वार करना शुरू कर दिया। ताबड़तोड़ हमलों ने उसे संभलने का मौका तक नहीं दिया। उसकी गर्दन कट गई और मौके पर ही मौत हो गई। हमले में दुकान पर काम करने वाला उसका साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। शहर के एमबी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।