राजस्थान में राष्ट्रपति चुनाव में 200 में से 198 विधायकों ने मतदान किया है। कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की तबीयत खराब है। जबकि बीटीपी विधायक राजकुमार रोत के किसी रिश्तेदार का निधन हो गया। क्राॅस वोटिंग की खबरों के बीच राजस्थान से कांग्रेस के लिए सुखद खबर है। कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट डाला है। हालांकि आदिवासी विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू की जीत का दावा किया है। मंत्री मुरारीलाल मीना और पूर्व मंत्री दयाराम परमार ने तो द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा भी कर दी है। आज जब मतदान शुरू हुआ तो भाजपा विधायक ने सबसे पहले वोट डाला। सीएम अशोक गहलोत ने उसके बाद वोट डाला। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने करीब पौने तीन बजे वोट डाला। जबकि भाजपा से निष्कासित शोभारानी कुशवाह ने तीन बजे मतदान किया।
आदिवासी विधायकों ने सिन्हा को दिया वोट
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से जहां प्रथम आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है। विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा है कि सभी 126 विधायकों के वोट यशवंत सिन्हा को ही मिलेंगे। पार्टी लाइन के चलते कांग्रेस पार्टी के एसटी विधायक यशवंत सिन्हा को वोट देने की तो बात कही है। मंत्री मुरारी लाल मीना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि धर्मसंकट की बात नहीं है। हमने भी पार्टी लाइन के अनुसार ही वोट दिया है। लेकिन यह अच्छी बात है कि कोई आदिवासी देश का राष्ट्रपति बने। मुरारीलाल ने कहा कि आप और हम सबको पता है कि वोट उनके पास ज्यादा हैं और ज्यादा वोट वाला ही चुनाव जीतेगा। ऐसे में कोई आदिवासी चुनाव जीतता है तो उसका राष्ट्रपति बनना अच्छी बात है।
मंत्री बोले- सिन्हा को 126 विधायकों के वोट मिले
स्वास्थ्य मंत्री परसा्दी लाल मीना ने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है। पूर्व मंत्री दयाराम परमार ने भी कहा कि देश में इस बार आदिवासी राष्ट्रपति बनेगा। उसमें कोई रुकावट नहीं है लेकिन जाति को आधार बनाकर वोट नहीं दिया जा सकता। मंत्री परसादी लाल मीणा ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के सभी 126 वोट यशवंत सिन्हा को मिले है, लेकिन जीत किसकी होगी यह नतीजे आने के बाद ही पता लगेगा।