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कन्हैयालाल की हत्या के बाद उदयपुर में लगे कर्फ्यू के बीच दोपहर 3 बजे जगन्नाथ रथयात्रा निकाली जाएगी। साथ ही शुक्रवार होने के कारण जुमे की नमाज भी है। इसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। प्रशासन ने नमाज का समय बदल दिया है और मुस्लिम समाज के लोगों से घर मे रहकर ही नमाज अदा करने की अपील की है।
उधर, जगन्नाथ रथयात्रा में किसी तरह की बाधा न हो इसके प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। यात्रा के तय रूट पर 2000 से ज्यादा पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही 15 आईपीएस अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि नमाज और रथ यात्रा एक दिन होने से किसी तरह का विवाद न हो।
सात किमी लंबी रथयात्रा, आठ घंटे लगेंगे
भगवान जगन्नाथ चांदी के रथ पर सवार होकर दोपहर तीन बजे यात्रा पर निकलेंगे। सात किमी लंबी रथयात्रा को पूरा होने में करीब आठ घंटे से ज्यादा का समय लगेगा। रथयात्रा समिति ने बताया कि हमारी यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जाएगी। इस बार न ही गुलाल फेंका जाएगा और न ही किसी तरह की आतिशबाजी होगी।
रथ यात्रा के तय रूट में तीन मस्जिद
जानकारी के अनुसार रथयात्रा के लिए जो रूट तय किया गया है, उस रास्ते में तीन मस्जिद हैं। यहां आसपास के इलाके में पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। आशंका है कि कन्हैयालाल की हत्या से गुस्साए लोग या असामाजिक तत्व रथयात्रा के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं।
प्रशासन ने बदला नमाज का समय
दो समुदाय के आयोजनों को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। प्रशासन अब किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहता है। इस कारण रथयात्रा के शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने नमाज का समय बदल दिया। प्रशासन ने मुस्लिम समाज के लोगों से बात कर उन्हें एक बजे नमाज पढ़ने के लिए कहा था। साथ ज्यादातर लोगों से घर में रहकर ही नमाज पढ़ने की अपील की थी। बताया जा रहा है कि इसका असर भी देखने को मिला है।