राजस्थान के पंचायतीराज मंत्री रमेश मीना के खिलाफ प्रदेश के सरपंचों ने मोर्चा खोल दिया है। मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर सरपंचों ने आज राजधानी जयपुर में महापड़ाव डाल दिया है। सरपंच मंत्री रमेश मीना की द्वारा 7 जिलों में मनरेगा के कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाने से नाराज है। नागौर दौरे के दौरान हाल ही में मंत्री रमेश मीना ने सरपंचों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। नाराज सरपंचों ने मंत्री रमेश मीणा के लगाए आरोपों को निराधार बताया है। मंत्री से ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की। हालांकि, महापड़ाव स्थल पर ही सरपंचों के दो गुट आमने-सामने हो गए और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
पंचायतीराज मंत्री के आरोपों पर किया पलटवार
राजधानी जयपुर में आज न्यू सांगानेर रोड के पास मानसरोवर में सरपंच संघ राजस्थान के नेतृत्व में अलग-अलग जिलों से आए हजारों सरपंच जुटे। इस दौरान उन्होंने पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा के लगाए आरोपों पर जमकर पलटवार किया। मंच से ही सरपंच संघ की एकता और रमेश मीना के खिलाफ नारेबाजी की गई। संघ के प्रदेश संरक्षक भंवरलाल जानू के अनुसार आंदोलनरत सरपंच मंत्री रमेश मीणा द्वारा कराई गई जांच से नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जांच होनी चाहिए और काम में सुधार भी होना चाहिए, लेकिन आधी-अधूरी जांच और बिना तथ्यों के सरपंचों पर जिस प्रकार के आरोप मंत्री ने लगाए हैं, उससे हम सब आहत हैं। भंवरलाल ने कहा कि मंत्री ने नागौर और बाड़मेर के सभी सरपंचों पर ही घोटालों के आरोप लगाए है। जिससे सभी ग्राम पंचायतों का बहिष्कार किया जा रहा है।
सरपंच बोले- मंत्री के आरोप निराधार
सरपंच संघ के प्रदेश सचिव हनुमान चौधरी ने कहा कि मंत्री ने जो आरोप लगाए हैं वो पूरी तरह निराधार है। क्योंकि आज सरपंचों के पास वो अधिकार बचा ही नहीं जो पूर्व में हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत समितियों में अधिकतर कार्य अब अधिकारियों के जरिए ही होते हैं और जहां तक फंड की बात है वो सीधे अकाउंट में ही जाता है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि संविधान में जिन अलग-अलग बिंदुओं का कार्य पंचायत राज के तहत दिया गया था, आज उनमें से अधिकतर छीन लिया गया है। मौजूदा सरकार ने तो सरपंचों को अधिकार विहीन कर दिया है।
रमेश मीना अपने पर अड़िग
प्रदेश भर के सरपंचों के विरोध के बावजूद पंचायतीराज मंत्री रमेश मीना का कहना है कि पूरे मामले की जांच की गई तो गड़बड़ी सामने आई है। सरकार भ्रष्टाचार बर्दास्त नहीं करेगी। सरपंचों को विरोध गलत है। गड़बड़ी की शिकायतें आई थी। इसके बाद ही जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया। हाल ही में रमेश मीना ने कहा कि जिन्होंने गड़बड़ नहीं की है। उन्हें नहीं डरना चाहिए।