युवाओं को किया संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी
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पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केंद्र के सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्ती के लिए लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र मंगलवार को वितरित किए। इस दौरान जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में लगे रोजगार मेले में 230 अभ्यर्थियों को केंद्रीय विद्युत और भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने अप्वाइंटमेंट लेटर सौंपे।

केंद्रीय विद्युत और भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने जयपुर में 230 अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के विभागों और संगठनों ने अप्वाइंटमेंट के लेटर बिरला ऑडिटोरियम में आयोजित रोजगार मेले में अपने हाथों से सौंपे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाइव जुड़े। जयपुर ग्रामीण सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी और भारतीय डाक विभाग के उप महानिदेशक डाक प्रचालन दुष्यंत मुद्गल भी इस दौरान मौजूद रहे।

2047 तक विकसित भारत बनाने के सपने में अभ्यर्थी अपनी महती भूमिका निभाएंगे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि भारत को विकसित बनाने में युवाओं को अपनी भूमिका निभानी होगी। इस अवसर पर सफल अभ्यर्थियों से उन्होंने कहा कि आप सभी ने यह मुकाम कड़ी मेहनत और परिश्रम से हासिल किया है। सफल अभ्यर्थियों को देश के लिए अमृत काल में सेवा करने का मौका मिलेगा। देश आजादी का 100 वर्ष माना रहा होगा, तब भी आप लोग उसके साक्षी होंगे। केन्द्रीय विद्युत और भारी उद्योग राज्यमंत्री ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के सपने में अभ्यर्थी अपनी महती भूमिका निभाएंगे।

  

2027 तक भारत दुनिया कि तीसरी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। उन्होंने बताया कि विद्युत उत्पादन में देश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। आज दूसरे देशों को भी भारत बिजली बेच रहा है। उन्होंने बताया ‘वन नेशन, वन ग्रिड’ से विद्युत उत्पादन कहीं भी करके देश भर में कहीं भी आपूर्ति की जा सकती हैं। केन्द्रीय मंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 2027 तक भारत दुनिया कि तीसरी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के तहत 70 फीसदी रक्षा से संबन्धित उपकरणों का निर्माण भारत में हो रहा है। साथ ही भारत 16000 करोड़ से अधिक का रक्षा उपकरणों का निर्यात भी कर रहा है।

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