नगर परिषद के पार्षदों ने किया विरोध।
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शुक्रवार को धौलपुर नगर परिषद कार्यालय के सामने सभापति और आयुक्त का पुतला दहन कर पार्षदों ने जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस, बीजेपी और निर्दलीय पार्षदों ने लामबंद होकर नगर परिषद सभापति और आयुक्त पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदर्शनकारी पार्षदों ने बताया कि लंबे समय से नगर परिषद आयुक्त और कांग्रेस की सभापति मनमाने तरीके से बिना बोर्ड की बैठक बुलाए ही ठेकेदारों को लाभ पहुंचा रहे हैं।
रिकॉर्ड में संविदा पर लगे ठेका सफाई कर्मचारियों की संख्या अधिक होने के बावजूद भी शहर में सफाई व्यवस्था नहीं की जा रही है। नगर परिषद में इन दिनों दलालों का बोलबाला है। बिना दलालों के आम लोगों के काम नगर परिषद में नहीं किए जा रहे हैं। वार्ड पार्षद अगर नगर परिषद प्रशासन से कोई भी जानकारी मांगते हैं, तो उनको नगर परिषद द्वारा जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है, जिससे पार्षदों में भारी रोष व्याप्त है।
सभापति खुशबू सिंह बिना टेंडर के ठेका देने के आरोप
पार्षदों ने बताया कि सभापति खुशबू सिंह अपने चहेते ठेकेदारों को बिना टेंडर के ठेका दे देते हैं और कार्य पूरा हो जाने के बाद टेंडर की खानापूर्ति कर दी जाती हैं। साथ ही टेंडरों की निविदाएं भी अखबारों में प्रकाशित नहीं की जाती हैं। सरकारी जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं और बिना पैसे के नगर परिषद में कोई भी कार्य नहीं हो रहा है।
नगर परिषद द्वारा बनाई गई समितियों में भी भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। पार्षदों ने बताया कि ढाई साल में कांग्रेस के सभापति ने एक भी बैठक नहीं बुलाई हैं और बिना बैठक के बजट भी पास कर दिए हैं। पार्षदों ने चेतावनी दी है कि सीएम अशोक गहलोत अगर धौलपुर नगर परिषद के कार्यों की जल्द जांच नहीं कराते हैं और उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं इसका खामियाजा विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा।
कांग्रेस की सभापति को पूर्व सीएम वसुंधरा गुट के पार्षदों ने समर्थन दिया था
धौलपुर नगर परिषद का बोर्ड कांग्रेस का है और सभापति खुशबू सिंह हैं। जिस समय कांग्रेस का बोर्ड बना, उस समय कांग्रेस की सभापति को पूर्व सीएम वसुंधरा गुट के पार्षदों ने समर्थन दिया था।