नायब सूबेदार का बीमारी से हुआ निधन।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
नायब सूबेदार हरिओम गोस्वामी भारतीय सेना की अभियांत्रिकी शाखा में तैनात थे। नायब सूबेदार के पार्थिव शरीर को सेना के जवान धौलपुर जिले के बाड़ी उप खंड स्थित उनके आवास पर लेकर पहुंचे। जहां अंतिम यात्रा में लोग उमड़ पड़े। गोस्वामी के पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से बाड़ी कस्बे के प्रमुख मार्गों से होते हुए उनके पैतृक गांव मठ कंचनपुर ले जाया गया। जहां नायब सूबेदार की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा और लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। इस दौरान लोगों ने हरिओम गोस्वामी अमर रहे के नारे लगाए। साथ ही सैनिकों की टुकड़ी ने नायब सूबेदार को अंतिम सलामी दी। विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा भी उन्हें पुष्प चक्र अर्पित करने पहुंचे।
धौलपुर जिले के बाड़ी उप खंड के मठ कंचनपुर के रहने वाले नत्थीलाल गोस्वामी के सबसे बड़े पुत्र हरिओम गोस्वामी साल 2005 में भारतीय सेना में सैनिक के पद पर भर्ती हुए और प्रमोशन के बाद नायब सूबेदार बन गए थे। सेना में भी हरिओम गोस्वामी काफी होशियार थे,जिसके चलते उनके लगातार प्रमोशन होते रहे।
नायब सूबेदार हरिओम गोस्वामी 1 मई 2023 को जोधपुर से देहरादून ऑडिट करने गए हुए थे और 7 मई को जोधपुर लौटते समय ट्रेन में ही हरिओम गोस्वामी के अचानक पेट में दर्द हुआ, तो अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरिओम की हालत में सुधार नहीं होने पर 10 मई को दिल्ली के आरआर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। जहां उनकी उपचार के दौरान 18 मई को मौत हो गई। शुक्रवार को हरिओम के पार्थिव शरीर को सेना द्वारा उनके पैतृक गांव लाया गया, तो उनके अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। नायब सूबेदार हरिओम गोस्वामी अपने पीछे 1 डेढ़ वर्षीय बेटे, 3 बेटियों, पत्नी स्वाति और पिता नत्थीलाल गोस्वामी समेत उनके भाई मनोज गोस्वामी और रवि गोस्वामी छोड़ गए हैं।