महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन।
– फोटो : अमर उजाला

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करीब 30 महिलाओं ने भरतपुर जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी दिया है। महिलाओं ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में लिखा कि वह चक रामनगर गांव की हैं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। इसलिए वह नरेगा में काम कर अपने घर का गुजारा करतीं हैं। लेकिन वह जब नरेगा में काम करने के लिए जातीं हैं, तो मेट जसवंत सिंह और मोहन सिंह नरेगा के काम में नाम लिखने के लिए 200 रुपये मांगते हैं। मेट अपनी जान पहचान वाले लोगों को ही काम देते हैं। लेकिन वह ऐसे लोगों को काम नहीं करते देते जिन्हें जरूरत है। मेट ज्यादातर फर्जी मस्ट्रोल चलाते हैं।

मेट ने महिला से कहा-काजल बिंदी लगाकर आओगी तो काम मिलेगा

कलेक्ट्रेट पहुंची विद्या नाम की महिला ने बताया कि जब वह नरेगा के काम के लिए गई, तो मेट ने कहा कि जो महिला 200 रुपये देगी और काजल- बिंदी लगाकर आएगी उसका नाम नरेगा के काम के लिए लिखा जाएगा। जो महिला काजल-बिंदी नहीं लगाकर आएगी, उसका नाम नहीं आएगा। तब महिलाओं ने मेट से कहा कि वह कलेक्टर से इसकी शिकायत करेंगी।

उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी- जिला कलेक्टर

इस मामले को लेकर कलेक्टर  ने बताया कि महिलाओं ने मेट की शिकायत की है। जिसकी उच्च लेवल के अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी और शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

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