प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट।
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शनिवार को कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनने, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के तुरंत बाद कांग्रेस पार्टी का पूरा फोकस फिर से राजस्थान के विधानसभा चुनावों और यहां सीएम अशोक गहलोत बनाम पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद पर आ टिका है। 

सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा, जनसभा में 3 मांगें पूरी करने के लिए दिए गए 15 दिन के अल्टीमेटम को लेकर अब फैसला पैंडिंग रखने के संकेत मिल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को पायलट पर तंज कसते हुए ऐसे संकेत दिए। 

रंधावा एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू होकर बोले- कांग्रेस कभी किसी नेता को पार्टी से नहीं निकालना चाहती है। संजीवनी घोटाले के मामले में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर कार्रवाई की मांग नहीं उठाने को लेकर सचिन पायलट पर सवाल उठाते हुए प्रभारी ने कहा कि संजीवनी घोटाले पर भी पायलट को बोलना चाहिए।

जो कांग्रेस छोड़कर गया, उसका जो हाल हुआ वह सब जानते हैं

सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लेने और उन्हें पार्टी से निकालने की अटकलों का जवाब देते पर रंधावा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी कभी किसी को नहीं निकालना चाहती है। क्योंकि कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जो हर आदमी का सत्कार करती है। जो पुराने नेता हैं, उनको तो पार्टी कभी भी नहीं छोड़ेगी। कांग्रेस को कोई छोड़ गया हो, लेकिन कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा। जो छोड़कर गया उसका जो हाल हुआ वह सब जानते हैं।

पायलट को पार्टी मीटिंग में बात उठानी चाहिए थी, वहां क्यों नहीं बोले ?

प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट की यात्रा के मुद्दे पर कहा कि है उनकी निजी यात्रा थी। इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं था। यात्रा होनी चाहिए, लेकिन पार्टी प्लेटफार्म पर भी बात होनी चाहिए। सचिन पायलट को पार्टी मीटिंग में ये बातें उठानी चाहिए थीं। क्योंकि पार्टी की मीटिंग में वह बोलते, तो वहां पूरी कांग्रेस के लीडर बैठते, वहीं पर बात होनी चाहिए थी। अगर वहां ओर बात नहीं होती, तो हम कह सकते थे कि उनकी बात सुनी नहीं गई या जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने पार्टी मीटिंग में बात क्यों नहीं उठाई ?

संजीवनी घोटाले में केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई की बात भी करते पायलट 

प्रभारी ने कहा कि बेशक सचिन पायलट यात्रा निकालें, लेकिन जिस तरह कर्नाटक चुनाव की वोटिंग से पहले यात्रा का अनाउंसमेंट किया। वह अच्छी बात नहीं है। मैं समझता हूं कि करप्शन के खिलाफ गुस्सा जरूर होता है। मैं भी चाहता हूं कि करप्शन के खिलाफ कार्रवाई हो। लेकिन पायलट को यह भी तो कहना चाहिए कि अभी तक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ संजीवनी घोटाले के मामले में कार्रवाई नहीं हो रही है। यदि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय का करप्शन है, तो उसकी भी टाइम बाउंड जांच होनी चाहिए। 

लेकिन पायलट को संजीवनी घोटाले में गजेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की बात भी करनी चाहिए थी। जो उन्होंने नहीं की है। यदि पायलट फैक्ट्स के साथ आरोप लगाते तो मैं उनके समर्थन में आने वाला पहला आदमी होता। मैं भी इनकी टाइम बाउंड जांच कराने की बात कहता। क्योंकि मैं भी करप्शन के खिलाफ हूं। मैं भी चाहता हूं कि एक्शन होना चाहिए।

अल्टीमेटम पर तो मुख्यमंत्री जवाब देंगे

सचिन पायलट के इस महीने के अंत के बाद 3 मांगें नहीं माने जाने पर गांव-ढाणी तक आंदोलन के अल्टीमेटम पर रंधावा बोले कि अल्टीमेटम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जवाब देंगे। मैं तो यही कहूंगा कि अगर कोई गड़बड़ी की बात है तो सीधे इंक्वायरी होने की बात कहने की बजाय पहले फैक्ट्स के साथ आना चाहिए। पायलट ने जो भी आरोप लगाए हैं, उनके फैक्ट्स को पब्लिक में लेकर आना चाहिए था। अगर वो पूरे फैक्ट्स रखकर आरोप लगाएं, तो सुखजिंदर सिंह रंधावा पहला आदमी होगा, जो मुख्यमंत्री से कहता कि इनकी टाइम बाउंड इंक्वायरी करवाकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल होना चाहिए।

पार्टी हाईकमान को तो रोज ही रिपोर्ट भेज देता हूं 

सचिन पायलट विवाद में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा कर्नाटक चुनाव परिणाम आने के बाद  कांग्रेस हाईकमान को रिपोर्ट दे चुके हैं। उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा-पार्टी हाईकमान को तो मैं रोज ही रिपोर्ट भेज देता हूं। कौन क्या कह रहा है और क्या कर रहा है, कौन कांग्रेस के लिए काम कर रहा है। कौन कांग्रेस के खिलाफ काम कर रहा है ? यह सब रिपोर्ट रोजाना हाईकमान को भेज देता हूं। रंधावा बोले-वैसे राजनीति में कभी कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है। जब पायलट से बात करेंगे तब  आपको सब बताएंगे और आप सभी मीडिया कर्मियों के सामने बात रखेंगे।

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