पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दो हजार रुपये के नोट बंद करने का मामला आरबीआई की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता बीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। अब राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और इन दिनों काफी चर्चा में रहने वाले सचिन पायलट ने बयान दिया है।
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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा, जब नोटबंदी हुई तब कहा गया था कि काला धन समाप्त, विदेश से धन वापस आएगा। लेकिन यह नहीं हुआ, अब अचानक सूचना आई कि दो हजार रुपये के नोट बंद हो रहे हैं। लेकिन इसका आधार क्या है?
जब इसे लाया गया तो इसका लक्ष्य क्या था और जब बंद किए जा रहे हैं, तब क्या है इसका लक्ष्य? क्योंकि लोगों को बेवजह तकलीफ देना ठीक नहीं है। सरकार ने बिना सोचे समझे जो कदम पहले उठाए थे, उसी के रास्ते पर वे अब भी चल रही है।
गौरतलब है कि आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने शुक्रवार को कहा कि 2,000 रुपये के बैंक नोट वापस लेने से काले धन पर रोक लगाने में काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकेगा क्योंकि लोग यह नोट जमा कर रहे हैं। गांधी ही वर्ष 2016 में 500 और 1,000 रुपये के नोट चलन से हटाये जाने के समय आरबीआई में मुद्रा विभाग के प्रमुख थे।
इस फैसले पर केंद्र की काफी आलोचना हो रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरबीआई के फैसले पर शनिवार को कहा कि केन्द्र सरकार अपने ही फैसले को सात साल बाद बदल रही है यह ‘थूक कर चाटने जैसा है। बघेल ने कहा, ‘‘अब 2000 रुपए के नोट बंद कर दिए हैं। इसमें गिनाएं क्या कारण है? आरबीआई से हम पूछना चाहते हैं, बंद क्यों किए हैं? वैसे तो आप ने 2019 से छापना बंद कर दिया लेकिन आज 2023 है अब अचानक इसको बंद कर दिया। इसका कारण क्या है?