शादी में फिजूलखर्ची पर रोक
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पिछले कुछ सालों से शादियों में बढ़ रहे प्री-वेडिंग शूट सहित अन्य अनावश्यक आयोजनों पर होने वाले बेहिसाब खर्च पर अंकुश लगाने के लिए सीरवी समाज आगे आया है और अनावश्यक आयोजनों पर रोक लगा दी है। इनमें डीजे सहित मेहंदी के आयोजन पर रोक भी शामिल हैं। पाली में सीरवी समाज ने प्री वेडिंग शूटिंग पर रोक लगाने के साथ ही शादी से पहले लड़का-लड़की के साथ बाहर घूमने जाने पर भी रोक लगा दी है। यह निर्णय सीरवी समाज परगना समिति द्वारा लिया गया है।
भारतीय संस्कृति और गरिमा बनाए रखना आवश्यक
सीरवी समाज के पदाधिकारियों ने प्री वेडिंग शूटिंग को भारतीय संस्कृति के भी खिलाफ बताते हुए यह अहम निर्णय लिया है। सीरवी समाज की ओर से विवाह समारोह के दौरान बढ़ते बजट पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मध्यम एवं निर्धन तबके को अप्रत्यक्ष रूप से राहत प्रदान की है।
फिजूलखर्ची पर रोक भी आवश्यक
गौरतलब है कि गत कुछ वर्षों से विवाह के आयोजन से पहले प्री-वेडिंग का चलन बढ़ गया है, जिसमें अच्छा खासा पैसा भी खर्च होता है। इसी प्रकार सभी शादियों में डीजे को बहुत ही तेज आवाज में बजाना फैशन ही बन गया है, जिसके चलते कई समाज पूर्व में भी इस प्रकार के आयोजनों पर रोक लगाने के लिए अब आगे आ चुके हैं। जिसके तहत इन आयोजनों पर रोक लगाने सहित फिजूलखर्ची रोकने की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जो वाकई तारीफ के काबिल तो हैं ही साथ ही अनुकरणीय भी हैं।
अब बनाए ये नियम
सीरवी समाज परगना समिति पाली की सोनाई मांझी गांव में आयोजित बैठक में कुछ इसी प्रकार की सकारात्मक पहल की गई है। इस बैठक में सर्वसम्मति से विवाह आयोजनों में होने वाले फालतू के खर्चों को कम करने के लिए बंदोली में डीजे एवं हल्दी की रस्म पर भी रोक लगाई है। इसी के साथ दूल्हे को अब इन आयोजनों में क्लीन शेव आने का नियम बनाया गया है अर्थात अब दूल्हा दाढ़ी बढ़ाकर बारात लेने नहीं आ पाएगा।
समाज की बैठक में हुए निर्णय
जिले के सोनाईमांझी गांव में सीरवी समाज परगना समिति की बैठक आयोजित की गई, इस बैठक में उपस्थित समाजबन्धुओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि समिति के दायरे में जो गांव शामिल हैं, उन गांवों में रहने वाले समाजबंधु अपने बच्चों के विवाह में प्री वेडिंग शूट नहीं करवाएंगे साथ ही शादी से पहले लड़का व लड़की एक साथ बाहर घूमने के लिए नहीं भेजा जाएगा। अब गुरु पूर्णिमा के बाद आयोजित होने वाले शादी समारोह में नियमों का पालन करना होगा।
बैठक में ये रहे मौजूद
जिले के सोनाई मांझी में कुकाराम परिवार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मीडिया प्रभारी जगदीश भायल, गंगाराम काग, मोहनलाल सोलंकी, मानाराम काग, घीसाराम एवं मोहनलाल भायल सहित कई समाजबंधु मौजूद रहे।
पहले भी हो चुके हैं निर्णय
गौरतलब है कि गत वर्ष 2022 में भी पाली जिले में कुछ समाजों ने इस प्रकार के नियम बनाए थे, जिसके तहत दूल्हे के दाढ़ी में बारात लेने आने और पाबंदी लगा दी गई थी। इन समाज के मुखियाओं का कहना था कि दाढ़ी बढ़ाकर दूल्हे का बारात लाना हमारी परंपरा में नहीं है इसलिए दूल्हे को तो दुल्हन लेने क्लीन शेव ही आना पड़ेगा।