सिन्धी कैम्प पर नए बस टर्मिनल का लोकार्पण।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान रोडवेज की सभी कैटेगरी की बसों में महिलाओं को किराए में 50 फीसदी की छूट देने की बड़ी घोषणा की है। गहलोत ने सिन्धी कैम्प पर नए बस टर्मिनल के लोकार्पण के मौके पर विपक्ष के बहाने सचिन पायलट की मांग को लेकर उन पर हमला भी बोला।
राजस्थान रोडवेज में अब साधारण और एक्सप्रेस के साथ ही डीलक्स, एसी, स्लीपर, वोल्वो, स्कैनिया जैसी लग्जरी बसों में महिलाओं और बच्चियों को किराए में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशभर की आधी आबादी को इससे बड़ी राहत दी है।
गहलोत ने कहा- रक्षाबंधन, महिला दिवस पर महिलाओं को रोडवेज बसों में सरकार की ओर से मुफ्त यात्रा करवाई जाती है। पहले महिलाओं को बस किराए में छूट 30 फीसदी थी, जिसे बढ़ाकर बाद में 50 फीसदी कर दिया गया। सभी श्रेणी की बसों में महिलाओं को यह छूट देने की मांग आई है। मैं सभी श्रेणी की रोडवेज बसों में महिलाओं को किराए में 50 फीसदी छूट देने की घोषणा करता हूं। मोक्ष कलश यात्रा के लिए सुविध भी परमानेंट कर दी गई है। किसी के परिजन का निधन हो तो हरिद्वार जाकर अस्थि विसर्जन और क्रियाकर्म अच्छे से कर सके।
विपक्ष के बहाने सचिन पायलट पर हमला
सीएम अशोक गहलोत ने दूसरे के कन्धे पर बंदूक चलाने के अपने चिर-परिचित अंदाज में एक बार फिर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर बड़ा जुबानी हमला बोला। गहलोत ने राजस्थान रोडवेज के नए अत्याधुनिक बस टर्मिनल के लोकार्पण और उद्घाटन समारोह के दौरान संबोधन में कहा कि 26 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स को रीट परीक्षा के दौरान रुकवाया गया। खाने और लाने ले जाने के लिए रोडवेज बसों और साधनों की व्यवस्था करवाई गई।
इसके बाद पेपर आउट हो गया, तो जो हमने अच्छा काम किया वो तो पीछे हो गया। पेपर आउट-पेपर आउट का हल्ला मच गया। पेपर आउट 15 तो गुजरात और 22 यूपी में हो गए होंगे, कहां नहीं हुए। लेकिन हमारे यहां कानून हमने बनाया है। जेलों में हम लोगों को भेज रहे हैं। 200 लोगों को हमने जेल भेजा है। कहां किसी राज्य में तरह जेलों में भेजा गया है। अब पेपर आउट की बात विपक्ष के लोग करते हैं और कहते हैं कि मुआवजा दो। 26 लाख लोग बैठे हैं उनको मुआवजा दे दो। ऐसी-ऐसी मांगें की जाती हैं कि पेपर आउट हो गया इसलिए इनको मुआवजा मिलना चाहिए।
इसको क्या कहेंगे, बुद्धि का दीवालियापन नहीं कहेंगे क्या ? मुआवजा दो ! दुनियां के इतिहास में किसी ने मांग की है क्या कि पेपर आउट हो गया, तो बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, एक्जाम नहीं दे पाए हैं उनको मुआवजा दे दो। दे सकते हैं क्या ? अब बताइए ऐसी-ऐसी मांगें की जा रही हैं। ये तो चलो पेपर लीक है। समझते ही नहीं हैं क्या करना है ? अभी आप विपक्ष में हो, हम भी विपक्ष में रहे हैं। डोटासरा जी भी हमारे अध्यक्ष हैं, रामेश्वर डूडी भी हमारे नेता प्रतिपक्ष रहे। हम अपने इश्यू बनाते थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का काम किया।
हमने कोई कमी नहीं रखी। महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी वापस शुरू की। अम्बेडकर यूनिवर्सिटी का महीने-दो महीने में काम पूरा हो जाएगा। गहलोत ने कहा 2021-22 में 2 करोड़ 62 लाख अभ्यर्थियों को रोडवेज में निशुल्क यात्रा करवाई गई। सभी कैंडिडेट्स का भुगतान सरकार ने किया। रोडवेज कर्मचारियों,अधिकारियों के लिए हमने ओपीएस यानी ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की। जयपुर में रोडवेज के कई नए बस स्टैंड बन रहे हैं। पिछली बीजेपी सरकार ने योजनाओं को बंद करने की राजनीति की। रोडवेज का यह बस टर्मीनल 50 करोड़ रुपए लागत से बनना था। जो 18 करोड़ में हुआ है क्योंकि काम रुक गया था। बीजेपी सरकार ने रिफाइनरी भी रोकने का काम किया।