रंधावा ने मंत्रियों संग की बैठक
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विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में पेपर लीक और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की एंट्री से सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी और गहलोत सरकार में खलबली मच गई है। मंगलवार रात तक चली कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मंत्रियों के साथ इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की। इस दौरान कई मंत्रियों ने ईडी के मामले में भाजपा पर जवाबी अरोप लगाकर हमले करने का सुझाव दिया।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में यह चर्चा हुई कि आगामी दिनों में ईडी की कार्रवाई के मामले ज्यादा आगे बढ़ते हैं और मौजूदा केस में कांग्रेस सरकार के मंत्री-विधायकों और नेताओं तक ईडी हाथ डालती है, तो इस मुद्दे पर कांग्रेस सड़कों पर उतरकर धरने-प्रदर्शन और आन्दोलन करेगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर फैसला छोड़ा गया है।
गुटबाजी में नहीं पड़ने और एक-दूसरे के खिलाफ बयान नहीं देने की हिदायत…
बैठक में महंगाई राहत कैंपों को लेकर भी मंत्रियों से सुझाव लिए गए हैं। साथ ही प्रदेश प्रभारी रंधावा ने अलग-अलग मंत्रियों से विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर सुझाव और फीडबैक लिए हैं। प्रभारी रंधावा के साथ हुई मंत्रियों की बैठक के कारण कैबिनेट और मंत्री परिषद बैठक के बाद बीती रात 10 बजे सचिवालय में होने वाली प्रेस ब्रीफिंग भी रद्द कर दी गई। एक प्रेस नोट जारी कर दिया गया।
बैठक में सचिन पायलट के मुद्दों को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। रंधावा ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों के साथ-साथ निर्वाचन क्षेत्रों में सक्रिय रहने के निर्देश दिए। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता की सुनवाई करने को कहा है। रंधावा ने सभी मंत्रियों को एकजुट देने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा अब एकजुट होकर चुनावी तैयारी करनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस सरकार का कामकाज अच्छा है और योजनाएं भी अच्छी हैं। जनता सरकार के कामकाज से खुश है। इसलिए इस बार कांग्रेस सरकार रिपीट हो सकती है। गुटबाजी नहीं करने और एक-दूसरे के खिलाफ नहीं बोलने की भी हिदायत दी गई।