जोधपुर के प्रसिद्ध मिर्ची बड़े।
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बिपरजॉय चक्रवात तूफान ने जोधपुर शहर में अपना आतंक तो नहीं मचाया, लेकिन यहां के विश्व प्रसिद्ध मिर्ची बड़ों के व्यापार और नमकीन व्यवसाय को जरूर ऊपर उठा दिया। पिछले तीन दिन में मौसम सुहाना होने, बारिश होने और ठंडी हवाएं चलने से बने मौसम के बीच जोधपुर शहर वासी एक करोड़ रुपये से ज़्यादा के मिर्ची बड़े खा गए।
मौसम के बदले मिजाज के बीच इन दिनों जोधपुर शहर के मिर्ची बड़ों की पारंपरिक दुकानों पर जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। बारिश के मौसम में शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार सुबह तक रोज़ाना लाखों के मिर्ची बड़े बिके और खाये गए। शुक्रवार और शनिवार को ही आंकड़ा 60 लाख के पार कर गया था। रविवार को 40 लाख से ऊपर के मिर्ची बड़े बिके और सोमवार सुबह से भी दुकानों पर भीड़ लगी है।
विश्व प्रसिद्ध है जोधपुर मिर्ची बड़ों के व्यापार
दर्शन जोधपुर शहर अपने मिर्ची बड़ों के लिए देश-विदेश में अलग ही पहचान रखता है। मिर्ची बड़ों की शुरुआत करने का श्रेय भी इसी शहर को जाता है। यहां के लोगों का जायका भी मिर्ची बड़ों के लिए खास मायने रखता है। जोधपुर का पानी भी ऐसा है कि सब कुछ पचा देता है। शहर वासियों ने इस मौसम में सबसे ज्यादा मिर्ची बड़े खाए। एक मिर्ची बड़ा 20 से 25 रुपये के हिसाब से बिकता है और इन तीन दिनों में तकरीबन एक करोड़ के पार इसकी बिक्री का आंकड़ा हो गया है, जबकि आम दिनों में यहां 60 से 70 हजार के मिर्ची बड़े की ही बिक्री होती है।
तीन दिनों में भारी भीड़ देखने को मिली
जोधपुर शहर की नामचीन नमकीन की दुकानों और स्वीट, हलवाई शॉप्स पर इन तीन दिनों में भारी भीड़ देखने को मिली है। मौसम सुहाना होने के साथ-साथ लोगों ने इस बड़े का बड़ा लुत्फ उठाया और नमकीन की दुकानों के बाहर कतारें लग गईं। लोग मिर्ची बड़े के पावे कढ़ाई से उतरने का इंतजार करते हुए दुकानों के बाहर हाथों में कैश लेकर खड़े नजर आ रहे हैं। हलवाई शॉप दुकानदार ने बताया कि इस मौसम को देखते हुए हमने आलू, प्याज और हरी मिर्च पहले से ही मंडी से बल्क और थोक में ज्यादा मात्रा में मंगवाए थे, ताकि इस मौसम में लोगों को मिर्ची बड़े से वंचित नहीं रहना पड़े। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान जोधपुर तक आते-आते धीमा जरूर पड़ गया और मौसम सुहाना हो गया। इसी को देखते हुए शहर वासी बाहर निकले और सबसे ज्यादा भीड़ नमकीन की दुकान पर लगी। सुबह से ही नमकीन की दुकानों पर कतारें लगनी शुरू हो गई और सुबह से शाम होते-होते पहले और दूसरे दिन लाखों की और तीसरे दिन शहर में मिर्ची बड़ों की बिक्री एक करोड़ रुपये के पार पहुंच गई।