SP वंदिता राणा
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दौसा जिला बनने के 32 साल बाद पहली महिला पुलिस अधीक्षक के तौर पर IPS वंदिता राणा ने बुधवार दोपहर कार्यभार ग्रहण कर लिया। साल 2017 बैच की ऑफिसर वंदिता राणा (36) दौसा जिले की 34वीं पुलिस अधीक्षक बनी हैं। दोपहर करीब 12:15 बजे एसपी ऑफिस पहुंची वंदिता राणा को पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इस दौरान एडिशनल एसपी डॉ. लालचंद कायल ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया। फिर अपने ऑफिस रूम में जाकर नई एसपी ने कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने ऑफिस स्टाफ और मातहत पुलिस अधिकारियों से दौसा जिले के बारे में डिटेल में जानकारी ली।
ये है उनका अनुभव…
मूल रूप से गाजियाबाद जिले की रहने वाली आईपीएस वंदिता राणा राजस्थान में आईपीएस के रूप में प्रोबेशन के दौरान सीकर, टोंक जिले के देवली और भरतपुर में काम कर चुकी हैं। वंदिता राणा जयपुर में डिप्टी कमिश्नर क्राइम, जोधपुर में डीसीपी वेस्ट, जयपुर में एसीबी की एसपी और डीसीपी वेस्ट जयपुर के पद पर कार्य कर चुकी हैं। पिछले दिनों राज्य सरकार ने एसपी संजीव नैन का तबादला जयपुर कमिश्नरेट में डीसीपी वेस्ट पोस्ट पर किया था, जिसके साथ यह पोस्ट संभाल रहीं वंदिता राणा को पड़ोसी जिले दौसा में ट्रांसफर किया गया था।
महिला सुरक्षा और दौसा में मादक पदार्थों की रोकथाम पर एसपी वंदिता राणा ने विशेष फोकस रखने को अपनी प्राथमिकता बताया है। वंदिता राणा सोशल वर्क में भी काफी एक्टिव रहती हैं। अमर उजाला ने दौसा की पहली महिला एसपी वंदिता राणा से जिले में लॉ एंड ऑर्डर और उनकी प्रायॉरिटी को लेकर की खास बातचीत।
सवाल- आप लॉ एंड ऑर्डर कैसे मेंटेन करेंगी?
जवाब- कानून व्यवस्था की स्थिति के ऊपर पूरी टीम के साथ बातचीत करते हुए कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। आमजन के साथ मिलकर हर एक को आश्वस्त किया जाएगा कि अपराधों पर नियंत्रण हो। महिला सुरक्षा और आम लोगों में विश्वास का राजस्थान पुलिस का जो लोगो है, उस पर फोकस रखकर काम किया जाएगा।
सवाल- दौसा जिले में नशाखोरी की एक बड़ी समस्या है, जिसका निराकरण हो नहीं पा रहा है। इस चुनौती से कैसे निपटेंगी?
जवाब- यह एक सामाजिक समस्या के रूप में सामने आ रही है। जो युवा इसकी लत में आ रहे हैं, उन्हें काउंसलिंग के द्वारा समझाइश की जाएगी और जो लोग इस तरह की अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए दोनों ही तरीके से इस समस्या को सॉल्व करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे नशाखोरी के चलते काफी संख्या में जो परिवार बर्बादी के कगार पर हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाया जा सके।
सवाल- दौसा जिले में आपकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी?
जवाब- मेरी सबसे पहली प्राथमिकता क्राइम कंट्रोलिंग करना ही होती है। इसके अलावा शांति व्यवस्था बनाए रखना, आम जनता को मुहैया कराना भी रहेगा। महिलाओं और सामाजिक स्तर पर पिछड़ा वर्ग की समस्याओं का ज्यादा से ज्यादा समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।
सवाल- इस साल विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, किस तरह कानून व्यवस्था बनाई जाएगी?
जवाब- प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए उच्च स्तर से मिलने वाले मार्गदर्शन के अनुसार पूरी तैयारी की जाएगी। टीम के साथ मिलकर रणनीति बनाकर प्लानिंग के साथ काम होगा। आमजन का विश्वास जीतकर और उनके साथ मिलकर निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव कराया जाएगा।
सवाल- दौसा जिले में क्या कुछ नया करेंगी?
जवाब- सभी से विचार-विमर्श कर तय किया जाएगा कि क्या नया और बेहतर किया जा सकता है।
सवाल- आप जिले की पहली महिला एसपी हैं, तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या विशेष रहेगा?
जवाब- महिला सुरक्षा को पुख्ता किया जाएगा। प्रकरणों को अच्छे से हैण्डल कर शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए राजस्थान पुलिस के लोगों आमजन में विश्वास को फॉलो किया जाएगा। वैसे तो अपराध किसी भी प्रकृति का हो, अपराधी अपराधी ही होता है। लेकिन महिलाओं के प्रति विशेष संवेदनशीलता बरतते हुए उनकी पूर्ण सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निभाई जाएगी। आधी आबादी महिलाओं की है और मैं भी महिला हूं, यही मेरी ताकत और मजबूती है, जिससे मैं बेहतर तरीके से अपराध के खात्मे के लिए कार्य करती हूं।