पत्रकार वार्ता करते भाजपा नेता ऋषभ शर्मा।
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दौसा जिले में भीषण पेयजल समस्या बनी हुई है। वर्तमान सरकार ने पेयजल के नाम पर दौसा जिले के मतदाताओं के साथ छलावा किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में पेजयल प्रमुख मुद्दा रहेगा। भाजपा में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद प्रत्याशी नहीं, संगठन चुनाव लड़ता है। भाजपा के संगठन के दम पर ही इस बार दौसा विधानसभा से भाजपा का प्रत्याशी विजयी होगा। ये कहना है बीजेपी नेता और सर्व ब्राह्मण महासभा ज़िलाध्यक्ष ऋषभ शर्मा का। दौसा के प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू हुए।
ऋषभ शर्मा ने भाजपा में गुटबाजी के सवाल पर कहा कि भाजपा में किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। संगठन एकजुट है। आगामी विधानसभा चुनाव में संगठन पूरी ताकत के साथ चुनाव जीतेगा।
दौसा विधानसभा क्षेत्र के लिए दावेदारी पेश
ऋषभ शर्मा ने कहा मैंने भी भाजपा से दौसा विधानसभा क्षेत्र के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। संगठन अगर मुझे प्रत्याशी बनाता है, तो हम जातिवाद, क्षेत्रवाद के आधार पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। क्षेत्र में भीषण पेयजल समस्या बनी हुई है। इस बार मानसून भी नाराज रहा। जिसके कारण किसानों को पर्यात फसल नहीं मिल पाई है। इसे मुद्दा बनाया जाएगा। राजस्थान सरकार ने ईसरदा परियोजना के नाम पर जिलावासियों को झुनझुना हाथ में पकड़ा दिया है। जनता पिछले साढ़े साल से इस परियोजना का पूर्ण होने का इंतजार कर रही है। ईसरदा परियोजना के दिन में सपने दिखाने वाले जनता से अब भी ईसरदा परियोजना से सप्लाई का दावा कर रहे हैं, जबकि सच्चाई ये है कि ईसरदा बांध बना नहीं है। पाइप लाइन बिछी नहीं है, केवल सपने दिखाये जा रहे हैं। आगामी एक साल तक इस परियोजना के पूर्ण होने पर सवालिया निशान लग गए हैं। शर्मा ने कहा कि हम वादा करते हैं कि हमारी सरकार बनते ही इस परियोजना को तुरंत पूर्ण कराया जाएगा। इस परियोजना के पूर्ण होने से पूर्व दौसा विधानसभा वासियों को पर्याप्त पेजयल मुहैया कराया जाएगा।
भाजपा सरकार आते ही नाकारा, जातिवादी, क्षेत्रवादी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा
ऋषभ शर्मा ने कहा कि दौसा शहर दो हिस्सों में बंटा है। एक हिस्सा पटरी के इस तरफ, दूसरा हिस्सा पटरी के उस पार है। पटरी के इधर पुराने शहर में पाइप लाइन बिछी हुई है और अधिकांश आवासीय कॉलोनी में पाइपलाइन ही नहीं है। पटरी के उधर दूसरे हिस्से में तो आज तक पाइप लाइन पाईप नहीं बिछी। इसके बावजूद शहरवासियों को 10 से 15 दिन में पानी की सप्लाई हो रही है। जलापूर्ति में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने शहरवासियों को पर्यात जल आपूर्ति के लिए बीसलपुर परियोजना से पानी सप्लाई की है, इसके बावजूद शहरवासियों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नाकारा अधिकारी लगा रखे हैं, जो जातिवाद और क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। जिसके कारण क्षेत्र में सामाजिक समरसता पर भी असर पड़ रहा है। भाजपा सरकार आते ही ऐसे नाकारा,जातिवादी, क्षेत्रवादी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
कानून व्यवस्था चौपट
शर्मा ने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट हो गई है। पिछले साढ़े चार वर्षों में दौसा जिले में अपराध बढ़े हैं। सरकार अपराधों पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है। भ्रष्टाचार भी चरम पर है, बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकास का दावा कर रही है, जबकि सच्चाई ये है कि प्रदेश की जनता पूरी तरह त्रस्त है, बिजली के दामों में भारी बढ़ोतरी हो गई है। क्षेत्र में पर्यात रोजगार के लिए कोई औद्यागिक इकाई स्थापित नहीं की गई, क्षेत्र के बरोजगार युवकों को रोजगार के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है। भाजपा की सरकार आते ही औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा, इसके लिए हरसंभव प्रयास होगा।